Ganesh Chaturthi 2023 | Vinayak Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी मूर्ति स्थापना, षोडशोपचार, उत्तरपूजा व गणपति विसर्जन

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी जिसे भगवान विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, यह हिन्दू धर्म का एक बहुत ही प्रसिद्ध त्योहार है, जिसे भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार भक्ति, उत्साह, और प्रदर्शन से भरपूर है। इस त्योहार को सभी धर्म ओर जातियों के द्वारा मनाया जाता है।

हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को खुशहाली ओर बुद्धिमता का प्रतीक माना जाता है।

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गणेश चतुर्थी का विचार मन में आते ही प्रभु गणेश की सुंदर मूर्ति ओर आनंद का संचार मन में हो जाता है। इस त्योहार की याद आते ही उत्साह, भीड़, भगवान गणेश के पसंदीदा मोदक की सुगंध और मंत्रों की ध्वनि से मन प्रसन्न हो उठता है!

प्रभु गणेश सभी आम जन के देवता के रूप में देखे जाते हैं।

हिन्दू धर्म में उनको शुभ शुरुआतों के देवता, समस्त बाधाओं को दूर करने वाले, और ज्ञान का संरक्षक माना जाता है। कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले भगवान गणेश जी की पूजा ओर स्थापना की जाती है।

Ganesh Chaturthi 2023
Ganesh Chaturthi 2023

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Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार कब मनाया जाता है?

Ganesh Chaturthi 2023 / गणेश चतुर्थी त्योहार हिन्दू पंचांग के भाद्रपद महीने की चतुर्थी तिथि (अगस्त या सितंबर माह) को अर्थात नए चंद्रमा के चौथे दिन को शुरू होता है। यह त्योहार 10 दिन की अवधि का उत्सव होता है। 11 वें दिन अर्थात अनंत चतुर्थी के दिन गणेश विसर्जन के बाद यह उत्सव सम्पन्न हो जाता है।

यह त्योहार 1.5, 3, 5, 7 ओर 11 दिन का हो सकता है। आप अपनी सुहुलियत अनुसार इस पवित्र त्योहार को मना सकते हैं। 

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Ganesh Chaturthi 2023 में कब है?

साल 2023 में गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 2023 को है। श्री श्री धर्मदेव जी महाराज के अनुसार गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 50 मिनट तक है।

Ganpati Visarjan 2023 Date 28 सितंबर 2023.

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार क्यों मनाया जाता है?

गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन के उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

इस उत्सव का मकशद न केवल प्रभु गणेश के जन्मदिन का जश्न मनाता है, बल्कि यह एक सामाजिक और सामुदायिक आयोजन भी है जो लोगों को साथ लाता है और समरसता को प्रोत्साहित करता है।

लोकप्रिय मान्यता है कि इन 10 दिनों के दौरान प्रभु गणेश अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए पृथ्वी पर आते हैं। इसलिए, जिनके घर में पहले से ही गणेश की मूर्ति है, वह इस समय उनकी सेवा , विशेष देखभाल व पूजा करें।

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार कैसे मनाया जाता है?

इस त्योहार की शुरुआत भगवान गणेश की भव्य मूर्ति की घर में स्थापना के साथ होती है। गली मोहल्ले में खूबशूरत पंडाल भी सजाए जाते हैं ओर वहाँ भी श्री गणेश की स्थापना की जाती है।

भगवान गणेश जी की मूर्ति के साथ रिद्धि और सिद्धि की मूर्ति की स्‍थापना भी की जाती है। इन दो देवियों की पूजा भी लगातार नौ दिन तक की जाती है।

अगले 10 दिनों तक सुबह शाम गणेश भगवान की मूर्ति को सजाय जाता है ओर भोग लगाने के बाद पूजा व आरती की जाती है।

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी के त्योहार पर बननें वाले प्रसिद्ध पकवान

भारत में कोई भी उत्सव तब तक अधूरा होता है विविध स्वादिष्ट पकवान ना बनाए व खाए जाएं, और गणेश चतुर्थी त्योहार भी इसमें अलग नहीं है। इस 10-दिन के उत्सव के दौरान, प्रभु गणेश को खुश करने के लिए बहुत ही मन से पूजा पाठ ओर सेवा की जाती है। उनका पसंदीदा भोजन(मोदक उनमें से एक है व लड्डू) बनाया जाता है और उन्हें प्रषाद के रूप में चढ़ाया जाता है।

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी के त्योहार की 4 महत्वपूर्ण रीतियां

गणेश चतुर्थी के त्योहार में 4 रीतियों का पालन किया जाता है। भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना जगह को साफ करके गंगाजल छिड़क कर पवित्र किया जाता है। स्थापना की जगह को पंडाल व फूलों से सजाया जाता है। मूर्ति रखने वाली जगह पर लाल कपड़ा बिछा कर चावल आदि फैलाकर मूर्ति की स्थापना की जाती है।

श्री गणेश भगवान की मूर्ति को फूलों ओर मालाओं से सजा कर मोदक, लड्डू, गुड़ व नारियल चढ़ाया जाता है। भगवान को चंदन का तिलक किया जाता है।

हर दिन सुबह शाम भोग चढ़ा कर पूजा की जाती है, मंत्रोपचार, गयात्रिमंत्र व गणपति आरती की जाती है। यह प्रक्रिया 11 दिनों तक चलती है।

गणेश चतुर्थी के त्योहार में मूर्ति स्थापना के बाद की 4 महत्वपूर्ण रीतियां निम्न प्रकार हैं:

  • प्राणप्रतिष्ठा
  • षोडशोपचार (16 कदम पूजा)
  • उत्तरपूजा
  • गणेश विसर्जन

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प्राणप्रतिष्ठा

मूर्ति की स्थापना के बाद प्राणप्रतिष्ठा के साथ पूजा पाठ शुरू कर दिया जाता है।

षोडशोपचार

प्राणप्रतिष्ठा के दौरान षोडशोपचार पूजा अर्थात 16 तरीकों से भगवान गणेश को भेंट चढ़ाई जाती हैं, जिसमें आम के पत्तों का उपयोग किया जाता है।

गणेश उपनिषद जैसे धार्मिक ग्रंथों के वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच, मूर्तियों का लाल चंदन के लेप और पीले और लाल फूलों से अभिषेक किया जाता है। भगवान गणेश को उनका प्रिय भोग मोदक, नरीयल व गुड़ चढ़ाया जाता है।

उत्तरपूजा

यह पूजा (अनुष्ठान पूजा) गणपति की मूर्ति को बहते पानी में विसर्जित करने से पहले की जाती है।

गणपति विसर्जन | Ganpati Visarjan 2023

विशाल गणेश चतुर्थी उत्सव का समापन या आखिरी दिन तब होता है जब गणेश विसर्जन होता है। इस दिन को अनंत चतुर्दशी के रूप में भी मनाया जाता है।

गणपति विसर्जन का पवित्र दिन बहुत खुशी और भव्यता के साथ मनाया जाता है क्योंकि भक्त अपने प्रिय भगवान गणेशजी को अगले साल लौटने के वादे के साथ वापस अपने स्थान पर जाने के लिए विदाई देते हैं।

बड़ी संख्या में भक्त सड़कों पर बहुत भव्यता और धूमधाम के साथ शोभायात्रा निकालते हैं।  भगवान गणेश की मूर्तियों को उनके पूजा स्थल से विसर्जन स्थल तक ले जाया जाता है। यह त्यौहार महाराष्ट्र राज्य में भव्य पैमाने पर मनाया जाता है।

गणपति विसर्जन के 5 प्रकार

गणेश चतुर्थी के अगले दिन कुछ लोग मूर्ति विसर्जित करते हैं, इसे डेढ़ दिन का गणेश विसर्जन कहा जाता है।  गणेश चतुर्थी के तीसरे, पांचवें और सातवें दिन भी गणेश विसर्जन किया जा सकता है।

अनंत चतुर्थी: गणेश चतुर्थी के 11 वें दिन अनंत चतुर्थी को गणेश विसर्जन करने के लिए सबसे पुण्य और शुभ दिन माना जाता है। इस दिन अधिकांश स्थानों पर सैकड़ों हजारों लोग उत्सव मनाने के लिए एक साथ आते हैं।

गणपति विसर्जन का महत्व क्या है?

गणेश विसर्जन के माध्यम से, यह माना जाता है कि भगवान गणेश अपने माता-पिता भगवान शिव और देवी पार्वती के साथ कैलाश पर्वत पर वापस जाते हैं। इस दिन, भक्त भगवान की आध्यात्मिक और दिव्य उपस्थिति के लिए अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। यह गणेशजी की यात्रा को ‘अकार’ से ‘निराकार’ तक मनाता है। हिंदू धर्म में, यह एकमात्र त्योहार है जो सर्वशक्तिमान के दोनों रूपों – भौतिक रूप के साथ-साथ आध्यात्मिक रूप (निराकार) पर भी श्रद्धा व्यक्त करता है।

गणेशोत्सव जन्म, जीवन व मरण प्रकृति के नियम चक्र के महत्व को समझता है और इस तथ्य पर जोर देता है कि जीवन में सब कुछ क्षणिक है, व्यर्थ की मोहमाया को त्याग कर मानव कल्याण में लग जाना चाहिए। गणपति जी को शुभ शुरुआत का देवता माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि वह विसर्जन के समय घर और परिवार की सभी बाधाओं को अपने साथ ले जाते हैं।

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FAQ

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार कब मनाया जाता है?

हिन्दू पंचांग के भाद्रपद महीने की चतुर्थी तिथि (अगस्त या सितंबर माह)

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार क्यों मनाया जाता है?

गणेश चतुर्थी त्योहार भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार की महत्वपूर्ण रीतियाँ?

गणेश चतुर्थी के त्योहार में 4 रीतियां निम्न प्रकार हैं:
– मूर्ति स्थापना
– प्राणप्रतिष्ठा
– षोडशोपचार (16 कदम पूजा)
– उत्तरपूजा
– गणेश विसर्जन

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी त्योहार कब है?

Ganesh Chaturthi 2023 त्योहार 19 सितंबर 2023 को है।

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त कब है।?

श्री श्री धर्मदेव जी महाराज के अनुसार गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 50 मिनट तक है।

Ganpati Visarjan 2023 कब होगा, Date क्या है?

Ganpati Visarjan 2023 Date 28 सितंबर 2023.

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